कैराना की सरज़मीं पर सात बार पहुंचे थे मुलायम।



-मुनव्वर हसन के राजनीतिक कद से वाकिफ थे पूर्व सीएम, नेताजी के दुनिया से रुखसत होने के बाद गमज़दा नज़र आये समर्थक। 

कैराना। पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव हसन परिवार से विशेष लगाव के चलते अपने जीवनकाल में कुल सात बार कैराना पहुंचे थे। दिवंगत सांसद मुनव्वर हसन नेताजी के चहेतों की फेहरिस्त में पहले स्थान पर रहे है। पूर्व सीएम के निधन से क्षेत्र में उनके समर्थकों में गहरा शोक छाया रहा ।


तीन बार प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं एक बार देश के रक्षामंत्री रहे मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आखिरी सांस ली। मुलायम सिंह का कैराना से खास लगाव रहा है। यही वजह है कि नेताजी अपने जीवन में कुल सात बार कैराना की सरजमीं पर पधारे थे। बताया जाता है कि मुनव्वर हसन वर्ष 1991 में पहली बार जनता दल के चुनाव चिन्ह पर कैराना विधानसभा से विधायक बने थे। 1993 में दूसरी बार विधायक बनने के पश्चात मुनव्वर ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली। इसके बाद मुनव्वर ने मुलायम सिंह यादव को अपने कद का आभास कराने के लिए कस्बे के पानीपत रोड पर एक विशाल जनसभा आयोजित की, जिसमें आसपास व दूरदराज से भारी संख्या में लोग शामिल हुए। मुलायम सिंह यादव उस वक्त प्रदेश के सीएम थे। जब वह सभा को संबोधित करने कैराना पहुंचे तो भीड़ को देखकर गदगद हो गए। बताया जाता है कि इस जनसभा ने मुनव्वर हसन को पश्चिमी उत्तर-प्रदेश में मुलायम के चहेतों की सूची में प्रथम स्थान पर पहुंचा दिया। इसके बाद वर्ष 1995 को मुलायम सिंह यादव दूसरी बार फिर कैराना पहुंचे तथा कस्बे के कांधला तिराहे पर स्थित पानी की टंकी का शिलान्यास किया। यही नही, 1995 में ही मुनव्वर हसन ने अपने छोटे भाई हाजी अनवर हसन के वलीमे में मुलायम सिंह को बुलाकर क्षेत्र के राजनीतिक हलके में हलचल पैदा कर दी। उस वक्त भी वह प्रदेश के सीएम थे। इसके बाद मुलायम सिंह यादव चार बार कैराना आये। मुलायम के कुल सात बार कैराना आने की वजह क्षेत्र में हसन परिवार की पकड़ ही थी। पूर्व मुख्यमंत्री के दुनिया से रुखसत होने के कारण क्षेत्र में उनके समर्थकों में मायूसी छाई रही। ।

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