तुम्हारी फाइलों मै गांव का मौसम गुलाबी है मगर ये आंकड़े झूठे है ये दावे किताबी है।

किसान की सर्पदंश से मौत श्मशान घाट के रास्ते पर कीचड़ भरे होने से ग्रामीणों में आक्रोश

थानाभवन खेत पर पानी चला रहे किसान की सर्प दंश से मौत हो गई। किसान की मौत से स्वजनों में कोहराम मचा हुआ है। ग्रामीण जब अंतिम संस्कार के लिए किसान को श्मशान घाट लेकर जा रहे थे शमशान घाट के रास्ते पर कीचड़ भरे होने से ग्रामीणों में आक्रोश है।
तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है मगर यह आंकड़े झूठे हैं यह दावे किताबी हैं यह चंद पंक्तियां इस पूरी कहानी पर एकदम सटीक बैठती हैं घटना जनपद शामली के थानाभवन क्षेत्र के गांव महमूद गढ़ की है। जहां महमूद गढ़ निवासी अनुज नाम का किसान अपने खेत पर रात्रि के दौरान पानी चला रहा था। तभी उसे किसी जहरीले सांप ने काट लिया। जिसके बाद अनुज की हालत बिगड़ने लगी हालत बिगड़ने पर घर वालों ने अनुज को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान अनुज की मौत हो गई। अनुज की मौत के बाद स्वजनों व ग्रामीणों में दुख की लहर है।वंही जब अनुज का शव उनके घर पर पहुंचा तब उसके अंतिम संस्कार के लिए ग्रामीणों को गांव से बाहर बने लगभग 1 किलोमीटर दूर श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के लिए लेकर जाना था, लेकिन श्मशान घाट के रास्ते पर बरसात के बाद बुरी तरह से कच्चा होने के कारण कीचड़ भरा हुआ था। जहां पानी व कीचड़ से गुजरते हुए बामुश्किल ग्रामीण किसान के शव को लेकर श्मशान घाट पहुंचे। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार श्मशान घाट का रास्ता बनवाने की मांग की गई। लेकिन आज तक भी यह रास्ता नही बना ना तो श्मशान घाट की बाउंड्री की गई है और ना ही श्मशान घाट पर बरसात के समय में अंतिम संस्कार करने की कोई व्यवस्था है। श्मशान घाट पर भी बरसात के समय में खुले में ही अंतिम संस्कार करना पड़ता है। जानकारी के अनुसार अनुज के पिता की 10 साल पहले मृत्यु हो गई थी तो वंही ही अनुज की मात्र 5 वर्ष पहले ही शादी हुई थी उनको डेड साल का एक पुत्र है। परिवार चलाने की जिम्मेदारी अनुज के कंधों पर थी। अब अनुज की मौत से परिवार में आर्थिक तंगी का बोझ अनुज के छोटे भाई के कंधो पर आ गया है

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